शीत लहर से बचाव के लिए बरतें जरूरी सावधानी- उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा
बिलाल अहमद/ब्यूरोचीफ नूह(मेवात)
नूंह उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने जिलावासियों से अत्यधिक सर्दी व शीत लहर चलने के कारण शीत-घात से बचाव के लिए जरूरी उपाय अपनाने व सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सर्दी के इस मौसम में बिना वजह बाहर न घूमें व जितना संभव हो, अपने घरों में ही बने रहें और कम से कम यात्रा करें।
उपायुक्त ने बताया कि इन दिनों जिले में शीतलहर व कड़ाके की ठंड पड़ रही है। सभी जिलावासी शीत-घात से बचने के लिए घरों से बाहर जाने से पूर्व मौसम का पूर्वानुमान के लिए रेडियो/टीवी/समाचार पत्र, वैदर एप आदि से जानकारी ले लें कि आगामी दिनों में शीत लहर की संभावना है या नहीं। सर्दियों लिए पर्याप्त गर्म कपड़ों का स्टॉक रखें। घर में ठंडी हवा के प्रवेश रोकने हेतु दरवाजों तथा खिड़कियों को ठीक से बंद रखें। फ्लू, नॉक बहना, भरी नाक या नाक बंद जैसी विभिन्न बीमारियों की संभावना आमतौर पर ठंड में लंबे समय तक संपर्क में रहने से होती हैं। इस तरह के लक्षणों से बचाव हेतु आवश्यक सावधानी बरतें तथा स्थानीय स्वास्थ्य कर्मियों या डॉक्टर से परामर्श करें। ठंड से बचने के लिए गर्म व खुले कपड़े पहनें। तंग कपड़े पहनने से बचें, क्योंकि ये खून के बहाव को रोकते हैं। खुद को सूखा रखें और पानी में भीगने से बचें। शरीर की गरमाहट बनाये रखने हेतु अपने सिर, गर्दन, हाथ और पैर की उंगलियों को पर्याप्त रूप से ढककर रखें। गीले कपड़े तुरंत बदलें। हाथों में दस्ताने रखें। फेफड़ों को बचाने के लिए मास्क का प्रयोग करें। सिर पर टोपी या मफलर पहने, स्वास्थ्यवर्धक भोजन लें। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पर्याप्त रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए विटामिन-सी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं। गर्म तरल पदार्थ नियमित रूप से पीएं, इससे ठंड से लड़ने के लिए शरीर की गर्मी बनी रहेगी। बुजुर्ग लोगों, नवजात शिशुओं तथा बच्चों का विशेष ध्यान रखें एवं ऐसे पड़ोसी जो अकेले रहते हैं, विशेषकर बुजुर्ग लोगों का हाल-चाल पूछते रहें। जरूरत के अनुसार ही रूम हीटर का प्रयोग करें, लेकिन रूम हीटर के प्रयोग के दौरान विशेष सावधानी बरतें, क्योंकि इनसे कमरे में आक्सीजन की कमी हो जाती है।
उन्होंने कहा कि सिर और कानों को ठंडे हवाओं से बचाने के लिए हेडकवरिंग का उपयोग करें। बर्फबारी व रात्रि के समय बाहर जाने से बचें व आवश्यकता होने पर सुरक्षित रूप से बाहर निकलें। ठंड के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आसपास के लोगों की सुरक्षा के लिए ठंड से बचाव के सर्वेक्षण को बढ़ावा दें और उन्हें सहारा प्रदान करें। जरूरी होने पर जिला आपदा प्रबंधन समिति से उपयुक्त सहायता प्राप्त करें और आपात स्थितियों के लिए तैयार रहें। इन उपायों का पालन कर अपने सभी मित्रों, परिवारजनों को सुरक्षित और स्वस्थ रखें।
Comments
Post a Comment